नई दिल्ली। दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की एम्स रिपोर्ट सामने आ चुकी है। जिसमें अभिनेता की मौत को हत्या नहीं बल्कि आत्महत्या बताया गया है। वहीं जब से फारेंसिक रिपोर्ट आई है। तब से ही एक हलचल शुरू हो गई है। बॉलीवुड की ओर से भी रिपोर्ट पर कई प्रश्न खड़े किए जा रहे हैं। वहीं अब राजनैतिक पार्टियों के बीच भी जुबानी जंग शुरू हो गई है। हाल ही में महाराष्ट्र में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी और उद्धव ठाकरे सराकर में सहयोग सत्तारूढ़ कांग्रेस में बीते दिन यानी कि रविवार को कोल्ड वॉर शुरू हो गई। भाजपा के प्रवक्ता राम कदम ने शिवसेना और कांग्रेस के महागठबंधन पर कई निशाने साधे। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार ने जान-बूूझकर ड्रग एंगल सामने लाया है ताकि सुशांत के केस को किसी और दिशा में घुमा दिया जाए।
भाजपा प्रवक्ता राम कदम के इस आरोप पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सचिन सांवत ने उन्हें जवाब देते हुए कहा कि ‘पार्टी औंधे मुंह गिरने के बाद भी पैर हवा में रखने की कोशिश करती रहती है। वह भूल गए हैं कि उनके मुंह पर कालिख पुत गई है, लेकिन फिर भी वह अपने हाथ साफ दिखाने की कोशिश करते रहते हैं। सुशांत की मौत में ड्रग्स की जांच का कोई मतलब नहीं है, लेकिन बीजेपी इस में पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है। ड्रग जांच में राज्य सरकार ने बीजेपी के ड्रग कनेक्शन की जांच के लिए भी लिखा है। वहीं सचिन सांवत ने यह भी कहा कि जब पांच सालों तक देवेंद्र फड़णवीस की सरकार थी तब उनसे यह बात क्यों नहीं पूछी गई?
वहीं इस बात पर राम कदम का कहना है कि एनसीबी ने ड्रग मामले में बॉलीवुड कनेक्शन को बेनकाब किया है। उन्होंने एक बड़े पैमाने पर कार्रवाही शुरू की है। ऐसे में सिनेमा जगत का ड्रग कनेक्शन मिलना अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत केस में काफी महत्वपूर्ण पहलू रखता है। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से ड्रग मामले में पूरी तरह से फेल होने की जिम्मेदारी और बॉलीवुड में कहां तक यह कनेक्शन फैला हुआ उसे उजागर करने की बात कही है।