नई दिल्ली। आज के समय में बॉलीवुड (Bollywood) इंडस्ट्री बोल्ड अंदाज के लिए ज्यादा पहचानी जाती है क्योंकि ऐसे लुक के बिना फिल्में अधुरी सी लगती है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब फिल्मों में एक्ट्रेस का बिकिनी (Bikini Photos) पहनना भी किसी बड़े बवाल से कम नही माना जाता था। उस दौरान बॉलीवुड में ऐसी बोल्ड एक्ट्रेस कम ही देखने को मिलती थी। लेकिन इस परंपरा को तोड़ने के लिए Tanuja Mukherjee ने कोई कसर नही छोड़ी।
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बॉलीवुड में Tanuja Mukherjee का नाम बोल्डनेस अभिनेत्री के रूप में जाना जाता था। 70 के दशक की बेहतरीन अदाकारी से अपना जलवा बिखेरने वाली तनुजा को अभिनय विरासत में मिला था। तनुजा की मां शोभना समर्थ खुद भी एक अभिनेत्री होने के साथ उनके पिता कुमारसेन समर्थ एक बड़े फिल्म प्रोड्यूर्स थे। इतना ही नही तुनजा की नानी रतनबाई और नानी की बहन नलिनी जयवंत भी अभिनेत्रियां थीं।
तनुजा ने फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में एंट्री ली थी। वह अपनी बहन नूतन की फिल्म हमारी बहन (1950) में नजर आई थीं। इसके बाद (1960) में बनी फिल्म ‘छबीली’ में काम करके अपनी एक अलग पहचान बनाई।
तुनजा ने हिंदी ही नही बांग्ला, गुजराती, मराठी, मलयालम और पंजाबी भाषाओं की फिल्मों में भी काम किया है। तनुजा ने बॉलीवुड को कई सुपरहिट फिल्में दी जिनमें से ‘आज और कल’, ‘बहारें फिर भी आएंगी’, ‘‘घराना’, ‘हाथी मेरे साथी’, ‘ज्वेल थीफ’, ‘जीयो और जीने दो’ और ‘प्रेमरोग’, ‘दूर का राही’, ‘मेरे जीवन साथी’ जैसे नाम शामिल है। साल 1973 में तनुजा ने शोमू मुखर्जी से शादी की थी। तनुजा की दो बेटियां है काजोल और तनीषा हैं।
मां के एक थप्पड़ ने बना दिया था करियर
तनुजा का पूरा परिवार फिल्मों से जुड़ा होने के कारण के चलते उस समय उनका नखरा सिर चढ़कर बोलता था। भले ही उन्हें फिल्में में एंट्री करने से कोई दिक्कत ना आई हो लेकिन पहली फिल्म में उनके साथ कुछ जो हुआ उसके बारे में उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था।
बात उस समय की जब 1960 में उनकी मां शोभना समर्थ फिल्म ‘छबीली’ को लॉन्च कर रही थी। इस फिल्म तनुजा लीड रोल में थीं। लेकिन शूटिंग के दौरान उनके नखरों से पूरी यूनिट उनसे परेशान रहती थी। यहां तक कि निर्देशक केदार शर्मा भी उनसे काफी परेशान रहने लगे थे। तनुजा सेट पर आते ही हंसी-मजाक करना शुरू कर देती थीं जो यह सब केदार शर्मा को बिलकुल भी पसंद नहीं था।
अब फिल्म के एक सीन में तनुजा को रोने वाला सीन दर्शाना था और तनुजा इस बात को भी हंसी में टाल रही थी। तनुजा अपने काम को बिलकुल भी संजीदगी से नहीं लेती थीं।
तनुजा के इस तरह के व्यवहार से तंग आकर केदार शर्मा ने एक बार तनुजा को जोरदार तमाचा जड़ दिया। जोरदार तमाचे की आवाज से पूरी टीम सन्न रह गई। इस फिल्म के हीरो राज कपूर भी शांत होकर वहां से बाहर निकल लिए और तनुजा ने आसमान सिर पर उठा लिया। वो रोते हुए इस बात की शिकायत करने मां शोभना के पास पहुंची।
मां शोभना नें तनुजा की शिकायत सुनने को बाद केदार शर्मा को कुछ नही कहा बल्कि उल्टा तनुजा को एक और थप्पड़ जड़ दिया क्योंकि वो तनुजा के व्यवहार से अच्छी तरह वाकिफ थीं। अब तनुजा का रो-रोकर बुरा हाल था। तब शोभना ने तनुजा को वापस सेट पर लेकर जाकर केदार शर्मा से कहा कि अब ये रोने के पूरे मूड़ में है, शूटिंग शुरू कर दीजिए।
इसके बाद तनुजा ने परफेक्ट शॉट दिया। बता दें कि केदार शर्मा उस समय के गुस्सैल निर्देशकों में से एक माने जाते थे। वो तनुजा से पहले कई सुपरस्टार को तमाचा जड़ चुके थे। खैर तनुजा को पड़े इस थप्पड़ ने सफलता की सीढ़ी के द्वार खोल कर रख दिए।