बैंक ऑफ बड़ौदा ने एफडी पर ब्याज दरें बढ़ाईं, अब मिलेगा इतना रिटर्न
बैंक ऑफ बड़ौदा ने फिक्स डिपॉजिट (एफडी) पर ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी 9 अक्टूबर 2023 से प्रभावी है। नई दरें 2 करोड़ रुपये से कम के जमा पर लागू हैं।
बैंक सामान्य नागरिकों के लिए 7.40% प्रति वर्ष तक की ब्याज दरों की पेशकश कर रहा है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों को 7.90% तक ब्याज मिलेगा।
बैंक ने 399 दिनों के लिए अपनी तिरंगा प्लस जमा योजना पर ब्याज दरों में भी बदलाव किया है। इसमें वरिष्ठ नागरिकों को सालाना 7.80 फीसदी ब्याज मिलेगा।
अलग-अलग अवधियों के लिए ब्याज दरें
7 दिनों से 14 दिनों के लिए रखी गई एफडी पर 3 फीसदी ब्याज दर की पेशकश की जा रही है। 15 से 45 दिनों की एफडी पर ब्याज दर 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर अब 3.50 फीसदी हो गई है। 46 से 180 दिन में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्या दर 5 फीसदी कर दी है। 181 से 210 दिन की एफडी पर ब्याज दर बढ़ाकर अब 5.50 फीसदी कर दी है। वहीं 211 से 270 दिनों के बीच मैच्योर होने वाली जमा पर ब्याज दर 6 फीसदी कर दी है।
दो साल तक मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज दर 6.75 फीसदी देना जारी रखेगा। दो साल और तीन साल तक मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज दर 20 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ा दी है। अब इस समयसीमा के लिए ब्याज दर 7.25 फीसदी तक हो गई है। 3 साल और 10 साल तक की अवधि के लिए जमा पर ब्याज दर 6.50 फीसदी ब्याज दर की पेशकश की जा रही है।
ब्याज दर बढ़ोतरी का क्या है मतलब?
ब्याज दर बढ़ोतरी का मतलब है कि एफडी पर मिलने वाला ब्याज भी बढ़ जाएगा। इससे जमाकर्ताओं को अपनी बचत पर अधिक रिटर्न मिलेगा।
ब्याज दर बढ़ोतरी के कारण
ब्याज दर बढ़ोतरी का कारण मुद्रास्फीति को काबू में करना है। मुद्रास्फीति बढ़ने से लोगों की क्रय शक्ति कम हो जाती है। ब्याज दर बढ़ने से लोगों को अपनी बचत पर अधिक ब्याज मिलने लगेगा, जिससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी।
एफडी में निवेश के फायदे
एफडी में निवेश के कई फायदे हैं। इसमें निवेशकों को गारंटीड रिटर्न मिलता है। एफडी में निवेश करने के लिए कोई विशेष योग्यता या जानकारी की आवश्यकता नहीं होती है। एफडी में निवेश करने के लिए कम से कम 100 रुपये की राशि की आवश्यकता होती है।
बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से एफडी पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई है। इससे जमाकर्ताओं को अपनी बचत पर अधिक रिटर्न मिलेगा।