एचडीएफसी बैंक का तिमाही नतीजा: मुनाफा 50% बढ़ा, कमाई 114% बढ़ी
देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को अपनी दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। मर्जर के बाद यह पहली बार है जब एचडीएफसी बैंक ने अपने नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 50% बढ़कर 15,976.11 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 10,604 करोड़ रुपये था। वहीं, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 11,951 करोड़ का प्रॉफिट दिखाया था, जिसकी तुलना में QoQ के आधार पर मुनाफ में करीब 33.7 प्रतिशत की ग्रोथ आई है।
कंपनी का कंसोलिडेटेड रिवेन्यू 114% बढ़कर 66,317 करोड़ रुपये आया है, जो पिछले साल इसी तिमाही में 30,871 करोड़ था। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में 30.3 प्रतिशत की उछाल आई है। इस बार कंपनी ने 27,385 करोड़ रुपये NII रिपोर्ट किया है, जो पिछले साल 21,021 करोड़ था। नेट इंटरेस्ट मार्जिन भी 3.4 प्रतिशत दिखाया गया है।
हालांकि, बैंक के ग्रॉस एनपीए (GNPA) में उछाल आया है। इस बार कंपनी का GNPA 1.34% रहा है, जो जून तिमाही में 1.17% था और पिछले साल की दूसरी तिमाही में 1.23% था। नेट एनपीए 0.35% रहा है।
शेयर बाजार में एचडीएफसी बैंक के शेयरों में सोमवार को गिरावट आई। शेयरों ने 1,536 रुपये का हाई बनाया था, उसके बाद 1,529 रुपये के आसपास बीएसई पर बंद हुआ। हालांकि, कई बड़े ब्रोकरेज हाउस इस कंपनी में खरीदने की सलाह देते आ रहे हैं। कई ने तो 2,000 रुपये का टारगेट भी बताया है।
मुनाफे में वृद्धि के प्रमुख कारण
एचडीएफसी बैंक के मुनाफे में वृद्धि के प्रमुख कारणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- लोन की वृद्धि: बैंक ने तिमाही के दौरान 1.55 लाख करोड़ रुपये के नए लोन दिए, जो पिछले साल की इसी अवधि में 1.02 लाख करोड़ रुपये थे।
- ब्याज दरों में वृद्धि: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि करने से बैंकों को अधिक ब्याज आय मिल रही है।
- कम खर्च: बैंक ने अपने खर्चों को कम करने के लिए कदम उठाए हैं।
कंपनी के लिए चुनौतियां
एचडीएफसी बैंक के लिए कुछ चुनौतियां भी हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- बढ़ते एनपीए: बैंक का ग्रॉस एनपीए बढ़कर 1.34% हो गया है।
- बढ़ती प्रतिस्पर्धा: बैंकिंग क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा से बैंकों को लोन की वसूली में मुश्किल हो रही है।
- आर्थिक मंदी का खतरा: वैश्विक स्तर पर आर्थिक मंदी के खतरे से बैंकों की आय प्रभावित हो सकती है।
कुल मिलाकर, एचडीएफसी बैंक के दूसरे तिमाही के नतीजे मजबूत हैं। मुनाफे में वृद्धि और लोन की वृद्धि से कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है। हालांकि, बढ़ते एनपीए और आर्थिक मंदी के खतरे से कंपनी को भविष्य में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।