एमपी के जबलपुर में इन दिनों एक रिक्शा चलाने वाले पिता का वीडियो वायरल हो रहा है। खास बात यह कि रिक्शा चलाते पिता की गोद में एक साल का बेटा भी होता है। करीब एक महीने पहले उसकी पत्नी उसे और दो मासूम बच्चों को छोड़कर भाग गई। इसके बाद से पिता इसी तरह रिक्शा चलाकर अपने बच्चों का पालन-पोषण कर रहा है।
जबलपुरः कहते हैं अपने बच्चे के लिए मां का प्यार कभी कम नहीं होता। पिता का दिल पत्थर का हो सकता है, लेकिन जन्म देने वाली मां अपने बच्चे को छोड़कर नहीं जा सकती।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में इन दिनों इसका उल्टा नजारा देखने को मिल रहा है। अपने दो मासूम बच्चों को छोड़कर मां प्रेमी के साथ भाग गई, लेकिन पिता ने उनका साथ नहीं छोड़ा। अपनी गोद में एक साल के मासूम बेटे को थामकर पिता रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण कर रहा है।
यह कहानी जबलपुर में रहने वाले राजेश मालदार की है। मूलत: बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले राजेश के दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी तीन साल की है और छोटा बेटा एक साल का।
एक महीने पहले उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ भाग गई। तब से राजेश अपने बच्चे को गोद में थामे रिक्शा चलाता है। वह जिधर से भी गुजरता है, उसे देखकर लोगों की आंखों में आंसू आ जाते हैं।
जबलपुर में रिक्शा चलाने वाले पिता का वीडियो। रिक्शा चलाते पिता की गोद में एक साल का बेटा भी होता है। करीब एक महीने पहले उसकी पत्नी उसे और दो मासूम बच्चों को छोड़कर भाग गई। इसके बाद से पिता इसी तरह रिक्शा चलाकर अपने बच्चों का पालन-पोषण कर रहा है #nbtmp, @NavbharatTimes, #MP pic.twitter.com/yqS4ZDLUDz
— NBTMadhyapradesh (@NBTMP) August 25, 2022
गरीब परिवार का राजेश रोजगार की तलाश में करीब दस साल पहले जबलपुर आया था। वह जबलपुर रेलवे स्टेशन के बाहर फुटपाथ पर रहकर मजदूरी करने लगा। फुटपाथ पर ही रहने वाली सिवनी जिले की एक युवती से उसे प्यार हो गया। दोनों ने शादी कर ली। दोनों के दो बच्चे भी हुए।
वह स्टेशन के पास ही झोपड़ी बनाकर रहने लगा। वह रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करने लगा। करीब एक महीने पहले राजेश की पत्नी अपने प्रेमी के भाग गई।
राजेश के पास रिक्शा चलाने या मजदूरी करने के अलावा कमाई का कोई दूसरा रास्ता नहीं है। तीन साल की बेटी को वह अपनी मुंहबोली सास के पास छोड़कर रिक्शा चलाने निकलता है।
इस दौरान एक साल का बेटा उसके साथ होता है। राजेश का कहना है कि उसे बेटे की भूख प्यास का ख्याल रखना पड़ता है। इसलिए वह उसे किसी के पास छोड़कर नहीं जाता। कई बार उसे खुद भूखे पेट सोना पड़ता है, लेकिन अपने दोनों बच्चों का पेट भरने में वह कोई कमी नहीं करता।