भारतीय रेलवे कटरा और जम्मू में शुरू करेगा रेल डिब्बा रेस्तरां
भारतीय रेलवे कटरा और जम्मू रेलवे स्टेशन पर दो ऐसे रेल डिब्बों को थीम-आधारित रेस्तरां में तब्दील करेगा, जो अब सेवा में नहीं हैं। इन रेस्तरां को “अन्नपूर्णा” और “मां दुर्गा” नाम दिया जाएगा।
जम्मू के संभागीय परिवहन प्रबंधक (डीटीएम) प्रतीक श्रीवास्तव ने बताया कि जम्मू और कटरा में दो रेल-डिब्बा रेस्तरां बनाने का काम जारी है। इन रेस्तरां को वातानुकूलित किया जाएगा और इसमें मांसाहारी भोजन भी परोसा जाएगा।
श्रीवास्तव ने बताया कि इन दो रेस्तरां से संयुक्त रूप से 50 लाख रुपये का वार्षिक राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत निजी पक्षों को उनकी पसंद के डिजाइन के हिसाब से अत्याधुनिक रेस्तरां बनाने के लिए ये डिब्बे उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
अन्नपूर्णा रेस्तरां के मालिक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि एक डिब्बे को पूरी तरह से संचालित रेस्तरां में बदलने में 90 दिन लगेंगे। उन्होंने कहा कि रेस्तरां में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
पूरे भारत में नौ-दस प्रमुख रेलवे स्टेशन पर इसी तरह के रेस्तरां पहले ही सफलतापूर्वक शुरू किए जा चुके हैं। इन रेस्तरां को यात्रियों और स्थानीय लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है।
रेल डिब्बा रेस्तरां की संभावनाएं
रेल डिब्बा रेस्तरां एक अभिनव पहल है जो भारतीय रेलवे के लिए कई संभावनाएं खोलती है। इन रेस्तरां से रेलवे को राजस्व बढ़ाने, यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और रेलवे स्टेशनों को आकर्षक बनाने में मदद मिलेगी।
रेल डिब्बा रेस्तरां यात्रियों के लिए एक आरामदायक और सुविधाजनक भोजन विकल्प प्रदान करेंगे। ये रेस्तरां रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।
रेलवे डिब्बा रेस्तरां की सफलता के बाद, भारतीय रेलवे अन्य रेलवे स्टेशनों पर भी इस तरह के रेस्तरां खोलने की योजना बना सकती है।
रेल डिब्बा रेस्तरां के लिए चुनौतियां
रेल डिब्बा रेस्तरां की कुछ चुनौतियां भी हैं। इन रेस्तरां को संचालित करने के लिए पर्याप्त संख्या में कुशल कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, इन रेस्तरां को बनाए रखने और संचालित करने की लागत भी अधिक होगी।
भारतीय रेलवे को इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए उचित कदम उठाने होंगे ताकि रेल डिब्बा रेस्तरां सफल हो सकें।