SEBI ने निवेश सलाहकारों को ट्रेडिंग कॉल देने से रोका
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने निवेश सलाहकारों को ट्रेडिंग कॉल देने से रोक दिया है। SEBI की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने कहा कि निवेश सलाहकारों को सिर्फ सलाह देने की भूमिका में रहना चाहिए, न कि निवेशकों के लिए ट्रेडिंग कॉल देने का काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी निवेश सलाहकार या Finfluencers सेबी को बेवकूफ समझकर रिटर्न और दूसरे दावे करते हैं, उन पर सेबी की नजर है।
बुच ने कहा कि हाल ही में इंदौर में एक निवेश सलाहकार कंपनी ने निवेशकों को 20-30% तक रिटर्न देने का झांसा देकर ठगी की थी। उन्होंने कहा कि ऐसी ठगी अब नहीं चलेगी। उन्होंने निवेश सलाहकारों को फैक्ट और फेक का ध्यान रखने की भी सलाह दी।
बुच ने कहा कि निवेश सलाहकारों को सिर्फ सलाह देने की भूमिका में रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि निवेश सलाहकारों को निवेशकों की व्यक्तिगत जरूरतों और जोखिम सहनशीलता को ध्यान में रखकर सलाह देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि निवेश सलाहकारों को निवेशकों को यह समझाने में मदद करनी चाहिए कि कोई भी निवेश जोखिम के बिना नहीं होता है।
बुच ने कहा कि सेबी ने विभिन्न सेबी नियमों को आसान बनाने के लिए वर्किंग ग्रुप्स का गठन किया है। उन्होंने कहा कि इन वर्किंग ग्रुप्स का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सेबी के नियमों का अनुपालन करना आसान हो और उनकी लागत भी कम हो।
SEBI के इस कदम का महत्व
SEBI के इस कदम का निवेशकों के लिए बहुत महत्व है। इससे निवेशकों को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि वे निवेश सलाहकारों से सही और विश्वसनीय सलाह प्राप्त कर रहे हैं। इससे निवेशकों को निवेश के आधार पर गलत निर्णय लेने से भी बचाया जा सकता है।
निवेश सलाहकारों के लिए SEBI का संदेश
SEBI के इस कदम से निवेश सलाहकारों को यह संदेश मिला है कि उन्हें अपने काम में पारदर्शिता और ईमानदारी बरतने की जरूरत है। उन्हें निवेशकों को केवल सही और विश्वसनीय सलाह देनी चाहिए। उन्हें निवेशकों को यह समझाने में भी मदद करनी चाहिए कि कोई भी निवेश जोखिम के बिना नहीं होता है।
निवेशकों के लिए सुझाव
निवेशकों को निवेश सलाह लेने से पहले निवेश सलाहकार के बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। उन्हें निवेश सलाहकार के अनुभव, योग्यता और वित्तीय स्थिति की जांच करनी चाहिए। उन्हें निवेश सलाहकार को यह भी स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि उनकी व्यक्तिगत जरूरतें और जोखिम सहनशीलता क्या है।